योजना| अपने श्रोताओं को आपके द्वारा पढी गई आयतों का अर्थ और विषय बताएं
तेहरान (IQNA) कुरान पढ़ना एक उपकरण है, एक साधन है; किस लिए? क़ुरान का इल्म दिल में बसाना; सबसे पहली बात तो यह है कि इससे इस्लामी समाज का विकास होता है। किसी सभा में जहां आप कुरान पढ़ रहे हैं, उदाहरण के लिए दस मिनट या सवा घंटे पढ़ने के बाद कितना अच्छा होगा कि आप अपनी तिलावत से श्रोताओं के सामने उसी [आयत] के विषयों को प्रतिबिंबित कर सकें। पाँच मिनट या दस मिनट और ये श्लोक जो मैंने पढ़े, वह ये बातें कह रहा था। यह बहुत अच्छा है; इससे दर्शकों का स्तर, संसद का स्तर बहुत ऊंचा हो जाता है। [हजरत अयातुल्ला खामेनई; 28/04/2022[